जनदर्शन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आमजन की समस्याएँ सुनीं, मौके पर दिए त्वरित समाधान

रायपुर। मुख्यमंत्री आवास पर गुरुवार को आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम एक बार फिर जनता की आशाओं का केंद्र बना। विभिन्न जिलों से आए नागरिकों ने अपनी शिकायतें और माँगें लेकर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से भेंट की। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक आवेदन को गहनता से सुना और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
त्वरित सहायता: पूनम को विशेष शिक्षा
मुख्यमंत्री से पहली ही मुलाकात में रायपुर की 11 वर्षीय पूनम ने सबका ध्यान आकर्षित किया। सेरेब्रल पाल्सी (प्रमस्तिष्क पक्षाघात) से पीड़ित पूनम के लिए मुख्यमंत्री ने विशेष विद्यालय में दाखिला और छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा की।
अद्भुत कला: अंकुश देवांगन का सम्मान
जनदर्शन के दौरान भिलाई के कलाकार अंकुश देवांगन अपनी नायाब संगमरमर कलाकृति लेकर पहुँचे। उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुनिया की सबसे छोटी संगमरमर प्रतिमा भेंट की। फ्रेम में लगे माइक्रोस्कोपिक लेंस से देखी जाने वाली यह कलाकृति विशेष थी। मुख्यमंत्री ने उनकी कला की प्रशंसा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के कलाकारों में असाधारण प्रतिभा है।
मुस्कान का संदेश: मनीष खुंटे ने कहा धन्यवाद
रायपुर के दिव्यांग युवक मनीष खुंटे भी अपनी बैटरी चालित स्कूटी से मुख्यमंत्री से मिलने पहुँचे। उन्हें कुछ दिन पहले इसी जनदर्शन में स्कूटी स्वीकृत की गई थी। मनीष ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और उनके साथ एक सेल्फी भी ली। मनीष की खुशी ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया।
खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन
खेल जगत से आए युवाओं ने भी मुख्यमंत्री से सहयोग की गुहार लगाई। वूमेन्स सेल्फ डिफेंस ऑर्गनाइजेशन की खिलाड़ियों ने स्वेच्छानुदान की माँग की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। खिलाड़ियों ने बताया कि वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लगातार राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
इसी क्रम में अभनपुर के दिव्यांग रग्बी खिलाड़ी पिंटू साहू ने व्हीलचेयर और खेल सामग्री खरीदने के लिए मदद माँगी। मुख्यमंत्री ने तुरंत ₹90,000 की आर्थिक सहायता स्वीकृत की। पिंटू ने कहा कि यह सहयोग उनके खेल कॅरियर के लिए एक नई शुरुआत है।
प्राथमिकता पर समाधान: लोगों की विविध समस्याएँ
जनदर्शन में महिलाएँ, वृद्धजन और किसान भी बड़ी संख्या में पहुँचे। आवास, स्वास्थ्य उपचार, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, छात्रवृत्ति और रोजगार से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री ने सभी मामलों को शीघ्रता से निपटाने के निर्देश दिए। अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी गई कि कोई भी आवेदक निराश न लौटे।
शासन की संवेदनशीलता का प्रमाण
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जनदर्शन प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता और जवाबदेही को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की शिकायतों को सुनकर मौके पर ही उसका निवारण किया जाए।”
जनदर्शन के समापन तक बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याओं के त्वरित और व्यावहारिक समाधान से संतुष्ट नजर आए। लोगों ने कहा कि यह व्यवस्था उन्हें सरकार से सीधे जुड़ने का विश्वास देती है—जहाँ उनकी बात को न केवल सुना जाता है, बल्कि उसी समय समाधान की दिशा में ठोस कदम भी उठाए जाते हैं। इससे आमजन में विश्वास, पारदर्शिता और सहभागिता की भावना और सशक्त हुई है।
















