छत्तीसगढ़

राहुल कौन सा बटन दबाते हैं कि नोटों के बंडल पहुंच जाते हैं : सांसद अरुण साव

रायपुर। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जन धन खातों का विरोध करने वाले आज कह रहे हैं कि हम ने एक बटन दबाया तो हजार करोड़ रुपये गरीबों के खाते में पहुंच गए। राहुल गांधी को अपने पिता के जमाने में जनता के एक रुपये में से 85 पैसा बीच में हड़प जाने के लिए गरीबों से माफी मांगते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए कि उन्होंने गरीबों के जन धन खाते खुलवाकर कांग्रेस संस्कृति जन्य लूट से मुक्ति दिला दी। यदि प्रधानमंत्री मोदी ये खाते नहीं खुलवाते तो गरीबों का अन्न खा जाने वाले कांग्रेसी गरीब कल्याण की सारी योजनाओं का पैसा खा जाते।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सबसे पहले तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी यह बतायें कि वे ऐसी कौन सा बटन दबाते हैं कि 2 हजार करोड़ का शराब घोटाला हो जाता है और रकम सीधे दिल्ली पहुंच जाती है। राहुल कौन सा बटन दबाते हैं कि छत्तीसगढ़ की गरीब जनता का पैसा असम, यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल, कर्नाटक सहित उन राज्यों में पहुंच जाता है, जहां कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए पैसा चाहिए होता है। राहुल कौन सा बटन दबाते हैं कि कोल परिवहन घोटाला हो जाता है। रेत घोटाला हो जाता है। खनिज घोटाला हो जाता है। पीएससी घोटाला हो जाता है। तबादला घोटाला हो जाता है। गोबर घोटाला हो जाता है। गोठान घोटाला हो जाता है। आवास घोटाला हो जाता है। वे यह भी बता दें कि कौन सा बटन दबाते हैं कि कांग्रेस विधायक के पास नोटों के बंडल के ढेर पहुंच जाते हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में जो पैसा बटन दबाकर ट्रांसफर करके गए हैं, वह कांग्रेस का पैसा नहीं है। छत्तीसगढ़ की जनता का वह पैसा है, जो केंद्र सरकार यहां के विकास और जनता की बेहतरी के लिए भेजती है और जिसका ज्यादातर हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है और कांग्रेस के विधायकों, सत्ता के दलालों, मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां पहुंच रहा है। तभी तो केंद्रीय एजेंसियों के छापों में बेशुमार दौलत निकल रही है। जनता को उसके ही धन की बंदरबांट के बाद जो मिल रहा है, वह कांग्रेस, भूपेश या राहुल गांधी का एहसान नहीं है। राहुल गांधी जो तथाकथित आवास न्याय योजना का शिगूफा छोड़ने आये थे, उसकी हकीकत उन्हें अपने उप मुख्यमंत्री सिंहदेव से पूछ लेना चाहिए। भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के लाखों गरीबों का वह हक छीना है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनिश्चित किया था। आज जिस आवास योजना के कपड़े बदले हैं, वह प्रधानमंत्री आवास योजना ही है। भूपेश बघेल में सामर्थ्य नहीं है कि अपने बूते 7 लाख आवास बनवा दें। उन्होंने तो गरीबों को छत से वंचित करने का ही काम किया है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button