रिश्वतखोर के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई, अधिकारी.कर्मचारियों पर गिरी गाज
रायपुर। रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। गुरुवार को एसीबी की टीम ने अलग-अलग जिलों में कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
पहले मामले महासमुंद जिले का है जहां सरायपाली के उप पंजीयक कार्यालय में उप पंजीयक पुष्पलता लिली बेक को 26 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। उप पंजीयक 5 एकड़ जमीन रजिस्ट्री के ऐवज में वीरेंद्र पटेल से रिश्वत ले रही थीं। उन्हें पकड़कर राजधानी रायपुर ले जाया गया है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में मनरेगा लोकपाल वेदप्रकाश पांडेय पर कार्रवाई की गई है। एसीबी की टीम वेदप्रकाश पांडेय से पूछताछ कर रही है। गौरेला जनपद पंचायत में एसीबी की 10 सदस्यीय टीम मौजूद है। मनरेगा में हुए भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी की टीम ने लोकपाल वेदप्रकाश के घर पर छापा मारा है। एसीबी ने लोकपाल वेदप्रकाश को कार्यक्रम अधिकारी रोशन शराफ से जांच के मामले में 25 हजार रुपए नगद लेते हुए पकड़ लिया है। पिछले आधे घंटे से एसीबी की टीम बंद कमरे में प्रार्थी रोशन शराफ और मनरेगा लोकपाल वेदप्रकाश पांडेय से पूछताछ कर रही है।
वहीं रायगढ़ जिले के खरसिया में स्कूल शिक्षा विभाग के बाबू को 25 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। ओमप्रकाश नवरत्न, मिडिल स्कूल खम्हार तहसील खरसिया, जिला रायगढ़ में तैनात था और मेडिकल बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। मिडिल स्कूल के शिक्षक उमेन सिंह चौहान ने 17 अगस्त को एसीबी बिलासपुर इकाई में शिकायत दर्ज कराई थी। चौहान ने बताया कि उसकी पत्नी के इलाज से संबंधित मेडिकल बिल पास करने के लिए स्कूल का बाबू, ओमप्रकाश नवरत्न, 25,000 रुपये रिश्वत मांग रहा था। शिकायत के सत्यापन के बाद, एसीबी की टीम ने आज प्रार्थी को रिश्वत की राशि लेकर खम्हार स्कूल, रायगढ़ भेजा। जैसे ही आरोपी ने रिश्वत की रकम ली, मौके पर तैयार बैठी एसीबी टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपी से 25,000 रुपये की रिश्वत राशि भी बरामद कर ली गई।
गौरतलब है कि एसीबी ने हाल के दिनों में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है और भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ लगातार शिकंजा कस रही है। एसीबी सूत्रों के अनुसार, यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।