छत्तीसगढ़ की अविलोकिता ने NLSAT में हासिल किया ऑल इंडिया रैंक 2

रायपुर। रायपुर की होनहार छात्रा अविलोकिता केशरवानी ने नेशनल लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (NLSAT) में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल कर राज्य और शहर का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया है। इस उपलब्धि के साथ अब उन्हें भारत के शीर्ष विधि शिक्षण संस्थान नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु (NLU Bangalore) में दाख़िला मिलेगा।
रायपुर से राष्ट्रीय स्तर तक का सफर
अविलोकिता के माता-पिता, डॉ. विवेक केशरवानी और डॉ. नंदिता केशरवानी, रायपुर के सयुश हॉस्पिटल में चिकित्सकीय सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बेटी की इस ऐतिहासिक सफलता पर संतोष जताते हुए इसे उसके अनुशासन, मेहनत और समर्पण का नतीजा बताया।
“रैंक नहीं, सीखना मेरा लक्ष्य था” — अविलोकिता
सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए अविलोकिता ने कहा: “यह सफर केवल एक परीक्षा की तैयारी नहीं था, बल्कि खुद को हर दिन थोड़ा बेहतर बनाने का प्रयास था।”
उन्होंने बताया कि उन्होंने पढ़ाई के साथ मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए योग, किताबें और शांति से समय बिताना अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाया। उनकी रणनीति सरल थी – विषय को गहराई से समझना और आत्मविश्वास बनाए रखना।
शांत, सधी हुई, लेकिन प्रेरणादायक
मित्रों और शिक्षकों के अनुसार अविलोकिता हमेशा से विनम्र, शांत और केंद्रित छात्रा रही हैं। उन्होंने कभी दिखावा नहीं किया, बल्कि दूसरों को प्रेरित करना ही उनकी स्वाभाविक शैली रही है। उनकी सफलता उन छात्रों के लिए मिसाल है जो छोटे शहरों और सीमित संसाधनों में रहते हुए भी बड़े सपने देखते हैं।
पूरे प्रदेश से मिल रही हैं शुभकामनाएं
अविलोकिता की रैंक की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया से लेकर शैक्षणिक संस्थानों तक, बधाइयों का सिलसिला जारी है। रायपुर के छात्र-छात्राएं और शिक्षक इसे एक “युवाओं के लिए प्रेरणा देने वाली कहानी” बता रहे हैं।
आगे का लक्ष्य – न्याय और संविधान के क्षेत्र में योगदान
अब जब अविलोकिता NLU बेंगलुरु में दाख़िला लेंगी, उनसे यह उम्मीद की जा रही है कि वे न्याय, संवैधानिक मूल्यों और विधिक सेवा के क्षेत्र में आने वाले वर्षों में उल्लेखनीय योगदान देंगी।
छत्तीसगढ़ के लिए यह केवल एक परीक्षा में रैंक नहीं, बल्कि यह दिखाने वाला पल है कि प्रतिभा और परिश्रम की कोई सीमाएं नहीं होतीं।