मुख्यमंत्री बघेल ने शिक्षकों को सौंपा नियुक्ति पत्र, स्कूलों का किया लोकार्पण
बेमेतरा। मुख्यमंत्री बघेल मंगलवार को शिक्षक दिवस पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में आयोजित मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत पूर्ण कार्याे का लोकार्पण एवं शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल होकर सभी जिलों से वर्चुअल माध्यम से जुडे़। बेमेतरा जिले के कलेक्टोरेट कार्यालय के एन.आई.सी. कक्षा में वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती-2023 के 1318 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत पूर्ण हो चुके 7 हजार 688 मरम्मत कार्य एवं 464 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण का लोकार्पण किया। बेमेतरा जिले में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत 39 करोड़ मे 649 कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई जिसमें से 10 करोड़ 63 लाख रूपये के 281 कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलों के अभिभावकों से की चर्चा की और स्कूलों की गुणवत्ता एवं शिक्षकों के संबंध में जानकारी ली। बेमेतरा जिले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम कलेक्टर पी.एस.एल्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे । स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री शाला जतन योजना अंतर्गत 8000 से भी अधिक स्कूलों का शुभारंभ किया गया। शिक्षा का क्षेत्र हमारी सरकार की प्राथमिकता में रही है। 2100 करोड़ रुपए की लागत से शालाओं का मरम्मत हुआ। पहले जनभागीदारी से स्कूल भवनों का निर्माण होता था, आज 1300 शिक्षकों में ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूँ। मुख्यमंत्री ने इसे न केवल सोचा बल्कि कर दिखाया। स्कूल शिक्षा विभाग ननिहाल का भविष्य गढ़ने का काम करता है। मैं विभाग के अधिकारियों को बधाई देता हूँ, शिक्षा में निरंतर नवाचार हो रहा है, इसका पूरा श्रेय हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को है। छत्तीसगढ़ को शिक्षित और समृद्ध राज्य बनाने में आप सभी शिक्षक पहल करें यही मेरी कामना है। 5 साल में 30,000 शिक्षकों की नियुक्ति अपने आप में एक इतिहास है। लगभग 5 लाख बच्चे आज 700 से ज्यादा स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पढ़ रहे हैं।
कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना काल में पढ़ाई का जो लॉस हुआ है, वह पूरे देश में सबसे कम हमारे छत्तीसगढ़ को हुआ है। मैं आप सभी को बधाई देता हूँ, आप ऐसे शिक्षक बनेंगे जिनका वर्तमान भी सुरक्षित है और भविष्य भी। आपको ओल्ड पेंशन योजना का भी लाभ मिलेगा। इसलिए मैं आप सभी से कहता हूं कि आपको छत्तीसगढ़ का भविष्य सुरक्षित करना है। एक बार केशकाल के धनोरा गांव में मैं भेंट-मुलाकात में गया। तभी एक छात्रा मुझसे मिली, उसने मुझसे कहा मुख्यमंत्री जी, आपने स्वामी आत्मानंद स्कूल अच्छे बना दिये। हमारा स्कूल भी अच्छा कर दीजिए। मैंने छात्रा को आश्वस्त किया कि हम सभी स्कूलों को बेहतर बनाएंगे। मैं समझता हूं इतनी बड़ी संख्या स्कूलों के मरम्मत एवं कक्षों के निर्माण कार्य का लोकार्पण पहली बार हुआ है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि आप जैसा बच्चों को गढ़ेंगे, वैसा ही बच्चों का भविष्य होगा, यह आप पर निर्भर है।