पौध-रोपण रस्मी नहीं संकल्प बनना चाहिए : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
पर्यावरण-संरक्षण के कार्य की निरंतरता जरूरी
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री के साथ संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस और रहवासी संघों ने लगाए पौधे
राजाभोज विमान तल के निकट मियावाकी पद्धति से 311 पौध रोपे गए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भौतिकता के लिए धरती माँ से अन्याय किया गया है। धरती माता के अंधाधुंध शोषण के परिणामस्वरूप मौसम चक्र बदला है। हम अपनी जीवन-शैली में थोड़ा सा बदलाव कर और पौधे लगा कर धरती की सेहत को बेहतर कर सकते हैं। हमें अपने जन्म-दिवस, विवाह वर्षगाँठ, परिजन की स्मृति और अपनी उपलब्धियों पर पौधे लगाने को अपनी आदत बनाना होगा। साथ ही बिजली, पानी की बचत और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने का संकल्प लेकर भी हम पर्यावरण-संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उत्साह और सकरात्मक सोच के साथ पर्यावरण-संरक्षण के लिए कार्य की निरंतरता बनाए रखना जरूरी है।