नई दिल्ली (एजेंसी)। 19 नवंबर 2023 का दिन कोई भारतीय क्रिकेट प्रेमी नहीं भूल सकता। यह 2003 वर्ल्ड कप फाइनल जैसा ही जख्म है, जिसे फैंस ना भुला पाएंगे और ना पचा पाएंगे। पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में ट्रेविस हेड की धुआंधार पारी के दम पर कंगारुओं ने इसी दिन भारत को पटखनी दी थी।
साल बदला महीना बदला मगर इस तारीख पर ट्रेविस हेड का बल्ला गरजना बंद नहीं हुआ और इस बार उनका शिकार टीम इंडिया नहीं बल्कि नीली जर्सी वाली इंग्लैंड की टीम बनी। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच वनडे मैच की सीरजी का पहला मुकाबला नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में खेला गया जहां हेड ने 154 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए टीम को 7 विकेट से शानदार जीत दिला। इस बार भी उन्हें मार्नस लाबुशेन का साथ मिला जो 77 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे।
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने बेन डकेट (95) और विल जैक्स (62) के अर्धशतकों के दम पर 315 रन बोर्ड पर लगाए। इंग्लिश टीम पूरे 50 ओवर बल्लेबाजी नहीं कर पाई और 2 गेंदें शेष रहते सिमट गई। इंग्लैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स का जादू चला और एडम जैम्पा व मार्नस लाबुशेन ने सर्वाधिक 3-3 विकेट चटकाए।
316 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कप्तान मिचेल मार्श महज 10 के निजी स्कोर पर आउट हो गए, वहीं जोफ्रा आर्चर और मैथ्यू पॉट्स की तेज तर्रार व स्विंग गेंदबाजी के आगे हेड जूझते नजर आ रहे थे। हालांकि कुछ ओवर बाद ही हेड ने लय पकड़ ली।
ट्रेविस हेड ने स्टीव स्मिथ (32) और कैमरून ग्रीन (32) के साथ छोटी-छोटी साझेदारी कर टीम को जीत की राह दिखाई। इसके बाद उन्होंने मार्नस लाबुशेन के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 148 रन जोड़े।
ट्रेविस हेड ने 129 गेंदों पर 20 चौकों और 5 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 154 रनों की पारी खेली। वहीं लाबुशेन ने 61 गेंदों पर 7 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 77 रन बनाए। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाबाद रहे।
ऑस्ट्रेलिया ने 316 रनों के इस टारगेट को 6 ओवर यानी 36 गेंदें शेष रहते ही हासिल कर लिया। 5 मैच की इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया अब 1-0 से आगे है।